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दिल के चंद एहसास



बड़ी मुद्दत से काँटों में, इक गुलाब खिला
तन्हा सफर में मुझे, मेरा यार मिला।।
जब भी देखूँ सनम, तुम्हारा हसीं चेहरा
तब-तब लगे मुझे, आज पूनम का चाँद निकला।।




----विचार एवं शब्द-सृजन----
----By---
----Shashank मणि Yadava’सनम’----
---स्वलिखित एवं मौलिक रचना---

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9 Comments

सभी श्रेष्ठ जनों का दिल से बहुत बहुत धन्यवाद

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Gunjan Kamal

02-Nov-2022 03:48 PM

बहुत खूब

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Khan

01-Nov-2022 05:59 PM

Very nice 👌🌺

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